दोस्तों ये ग़ज़ल भी समात करें
हैरान हैं इस बात पे कि दीवाने ने ग़ज़ल कह दी
मैखाने देखते रहे और पैमाने ने ग़ज़ल कह दी
दिल भी मेरा बंज़र आँखें भी उनकी खुश्क थी
बस इतनी सी बात पे वीराने ने ग़ज़ल कह दी
वो भी ग़ज़ल कहती थी मैं भी ग़ज़ल कहता था
इसी ग़ज़ल ग़ज़ल में अफसाने ने ग़ज़ल कह दी
शमा जली दफ़तन, रुखसार घुमाया तुमने
हाय किस अंदाज़ से परवाने ने ग़ज़ल कह दी
छुप छुप के चाँद देखता था मैं चांदनी रात में
ज़माने को पता चला ज़माने ने ग़ज़ल कह दी
रंजीत
एक छोटे बहर की ग़ज़ल के ४ शेर ...............
अगर न मैं तनहा होता
आईने का क्या होता
गर तू मेरी दुनिया होती
फिर क्या दुनिया का होता
चाँद हारने वाला था बस
तुझपे एक धब्बा होता
जाम चढ़ाके बोले, काश
खुदा मेरे जैसा होता
रंजीत.......
Wednesday, April 14, 2010
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bahut badiya...
ReplyDeleteहैरान हैं इस बात पे दीवाने ने ग़ज़ल कह दी
ReplyDeleteमैखाने देखते रहे, पैमाने ने ग़ज़ल कह दी
दिल भी मेरा बंज़र आँखें भी उनकी खुश्क थी
बस इतनी सी बात पे वीराने ने ग़ज़ल कह दी
वो भी ग़ज़ल कहती थी मैं भी ग़ज़ल कहता था
इसी ग़ज़ल ग़ज़ल में अफसाने ने ग़ज़ल कह दी
शमा जली दफ़तन, रुखसार घुमाया तुमने
हाय किस अंदाज़ से परवाने ने ग़ज़ल कह दी
छुप छुप के चाँद देखता था मैं चांदनी रात में
ज़माने को पता चला ज़माने ने ग़ज़ल कह दी
Waah!!!!!!!!!
Waah Waah!!!!!!!!!
Apne toh dil chunewali gajal kehdi..............
Youn hi kehte raho janab
अगर न मैं तनहा होता
ReplyDeleteआईने का क्या होता
गर तू मेरी दुनिया होती
फिर क्या दुनिया का होता
चाँद हारने वाला था बस
तुझपे एक धब्बा होता
जाम चढ़ाके बोले, काश
खुदा मेरे जैसा होता
gajal sunke toh hame tanhai se pyar ho gaya hain janab
Bahut badhiya Sabhi tanha dosto ke taraf se